Thursday, 14 May 2015

अब फिर एक स्वदेशी आन्दोलन की जरुरत है .......

अब फिर  एक स्वदेशी आन्दोलन की जरुरत है ,हम सिर्फ खरीदतें है बेचते नहीं जिससे अपना खजाना खाली रहता है ,और हम  दूसरों पर आश्रित रहते है हमें मन  ही मन  प्रण करना चाहिए की जितना हो सके स्वदेशी सामान का प्रयोग करेंगे ,ताकि दूसरे देश से सामान खरीदने की जरुरत न पड़े |सरकार में बैठे लोगों को इसके बारे में  सोचना चाहिए |जनता सोचती है सरकार नहीं कुछ कर रही ,सरकार सोचती है की मुश्किल हालत है कैसे होगा ,सब जब साथ चलेंगे हाथ में हाथ डालकर तभी कुछ होगा सभी को स्वदेशी होना होगा देशभक्त बनना पड़ेगा |
      हम सभी कोको कोला का काला  पानी पीते है और बिदेशी को पैसा पहुचातें है हमें प्राण करना चाहिए की कोको कोला का काला पानी नहीं पियेंगे जिससे न  सिर्फ पैसा विदेश भेजते है बल्कि अपना सेहत भी खराब करते है  |कोका कोला के काला पानी की जगह आप दूध पीजिए वो भी अमूल का ,चाहे लस्सी पीजिए और मस्त हो जाइये |
       हमने बचपन में खिलौनों से खेला है लेकिन तब मिट्टी के खिलौने होते थे न कोई प्रदुषण ना  कोई खतरा ,अब चीन से बने खिलौनों से बाजार पटा पड़ा है वो कभी कभी हानिकारक भी होते है पर हम खरीद के लाते है क्योंकि वो सस्ते होते है |आप ही सोचिये इतना सस्ता बेचकर  भी चीनी फायदा भी कमा लेतें है यानि जरुर कही वो घटिया क्वालिटी का सामान हमें देते है |
       हमारे देश में अब शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने की जल्द जरुरत है ताकि यहाँ के पढ़े विद्यार्थी यही पर कुछ करें और भारत को एक बढ़िया स जगह बनाये रहने के लिए जीने के लिए ,यहाँ के लोगों का जीवन सुधरे |
      हमें अपने तकनिकी ज्ञान को तगड़ा करना होगा ताकि हमें किसी से तकनीक नहीं खरीदना पड़े ,देश के अच्छे संस्थानों में पढ़ने वाले बच्चो को भी देशभक्त बनना होगा और देश में रहना होगा ,पैसे के पीछे भागना बंद करना होगा ,विदेश जाना बंद करना होगा | 
    आशा है की हम फिर से स्वदेशी आन्दोलन शुरू करेंगे ||
                                  स्वदेशी खायेंगे 
                                 स्वदेशी पियेंगे और
                                   स्वदेशी चीजों का उपयोग करेंगे ||
    


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