Wednesday 12 February 2014

दोस्ती

दुनिया में दोस्ती से सुन्दर शायद ही कुछ है,
हसना मुस्कराना अपनी बातों को बताना ,उनकी बाते सुनना ,खेलना कूदना और जिंदगी का मजा लेना , कभी हसना कभी किसी छोटी सी  बात के लिए लड़ लेना फिर अगले ही पल एक हो जाना दोस्ती का हर पल हसीन होता है| हसना ,जोश कुछ करने का जज्बा ,मजाक,हँसी खुशी 
ये सब दोस्ती के  अभिन्न्य अंग है ,

कभी कभी हमारा अह्म हमें दोस्ती का हाथ बढ़ाने से रोकता है ,हम हाथ बढा नहीं पाते,हम हाथ मिला नहीं पाते तब शायद हमें पता नहीं होता दोस्ती का हाथ बढ़ाने वाला खामोश रहने वाले से या नफ़रत करने वाले से बड़ा है ,
भारत की  मिटटी भी कहती है कि 
जब नफ़रत करने वाले नफरत का दामन नहीं छोङते तो मुहब्बत करने वाले मुहब्बत का दामन क्यूँ छोङे |||||

Lets Be Friends

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